Got inspiration for JEE from computer programming, first focused on mock test, cracked the exam in first attempt. | टॉपर्स मंत्रा – यूट्यूब से पढ़ा, मॉक टेस्‍ट प्रैक्टिस किए: पहले अटेम्‍प्‍ट में स्‍कोर किया 99.96 परसेंटाइल; जेईई मेन टॉपर ऋषि के टिप्‍स


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34 मिनट पहलेलेखक: शाहीन अंसारी

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मेरा नाम ऋषि सोनगिरकर है। 24 अप्रैल को जारी JEE Mains 2024 सेशन 2 में मेरी AIR 642 रैंक आई है। इस एग्जाम में मैंने 99.96% परसेंटाइल हासिल कर भोपाल में पहला स्थान प्राप्त किया है।

मैंने इस एग्जाम के लिए 11वीं कक्षा से तैयारी शुरू की थी, लेकिन पढ़ाई में मैं उन लोगों से पीछे था जिन्होंने इस एग्जाम की तैयारी 9वीं क्लास से शुरू कर दी थी।

लॉकडाउन में शुरू की थी अगली क्‍लास की पढ़ाई

जिस साल मैंने 10वीं की परीक्षा दी थी, उस साल लॉकडाउन के चलते परीक्षा देरी से हुई थी। बोर्ड एग्जाम की तैयारी के बाद मेरे पास एक्स्ट्रा टाइम था। इसलिए मैंने 11वीं के कुछ चैप्टर्स की प्रिपरेशन उन्हीं दिनों में कर ली थी। उसके बाद जब 11वीं क्लास का सेशन शुरू हुआ तो मैं आगे के टॉपिक्स की पढ़ाई करने लगा।

पढ़ाई का यही सिलसिला 11वीं क्लास के आधे साल तक चलता रहा। लॉकडाउन के दौरान मैंने कंप्यूटर प्रोग्रामिंग पर वर्क किया। तभी मुझे ये लगा कि मैं जेईई मेन जैसी एग्जाम क्लियर कर सकता हूं।

पेरेंट्स के साथ ऋषि

सबसे ज्‍यादा फोकस मॉक टेस्ट पर किया

12वीं शुरू होते ही मैंने JEE Mains की तैयारी शुरू कर दी। इसके लिए सबसे पहले मेरा फोकस मॉक टेस्ट पर रहा। जब जेईई सेशन 1 पूरा हुआ तो मैंने डिलिटेड टॉपिक्स पर भी फोकस किया ताकि मैं सेशन 2 की पूरी तैयारी कर सकूं। मुझे लगता है इसी वजह से मैं JEE Mains 2024 सेशन 2 में अपना स्कोर बढ़ा पाया।

टीचर्स ने तैयारी में ब्रेक नहीं आने दिया

मेरे पेरेंट्स और टीचर्स ने पढ़ाई में मेरा पूरा साथ दिया। मैं अपनी सफलता का श्रेय भी अपने माता-पिता, मेरे स्कूल श्री भवंस भारती के टीचर्स और आकाश इंस्टीट्यूट की सभी फैकल्टी को दूंगा। मुझे जब भी कोई डाउट हुआ, मैंने फौरन अपने टीचर्स से उसे क्लियर किया। इसी वजह से मेरी तैयारी में कोई ब्रेक नहीं आया।

अपने टीचर्स के साथ ऋषि

पेरेंट्स के मॉरल सपोर्ट से मिली कामयाबी

मुझे लगता है एक स्टूडेंट की कामयाबी में उसके पेरेंट्स का साथ हमेशा जरूरी है। वे अपने बच्चे की फिटनेस का ख्याल रखने के साथ ही उसे इमोशनली सपोर्ट कर सकते हैं। बच्चों पर किसी भी ऐसे कोर्स को करने के लिए दबाव न बनाएं जिसमें उनका इंटरेस्ट नहीं हो। उन्हें उसी क्षेत्र में आगे बढ़ने दें, जिसमें वे आगे जाना चाहते हों ताकि बेहतर परफॉर्म कर सकें। मुझे मेरे माता-पिता का पूरा सपोर्ट मिला जिसका परिणाम एग्‍जाम में दिखा।

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